Saturday 16 April 2011

बिग बॉस की पहली महिला विजेता श्वेता तिवारी


साक्षात्कार- रचना श्रीवास्तव


[कसौटी ज़िन्दगी की प्रेरणा को सभी जानते थे, पर बिग बॉस जीतने  के बाद आज लोग उसको उसके असली नाम  श्वेता तिवारी के रूप में जानने लगे हैं ।प्रस्तुत हैं बिग बॉस  की पहली महिला विजेता श्वेता तिवारी से बातचीत के मुख्य अंश । ]
सबसे पहले आप ये बताइए कि आपके इस अच्छे फिगर का राज क्या है ?
कुछ खास नहीं। मै कोई भी कसरत नहीं करती हूँ॥खाने में  कुछ खास परहेज नहीं करती हूँ ।  पर क्या है कि मेरे घर में  सभी पतले हैं; तो ये मेरे जीन में है ।
आपने अभी कॉमेडी सर्कस में भारती और मनीष  के साथ काम किया है । कैसा रहा वो अनुभव ?
बहुत ही अच्छा रहा  ।पहले कभी मैने स्टेनडप कॉमेडी नहीं किया था; अतः मुझे बहुत ही आनन्द आया । भारती के साथ काम करना अपने आपमें एक अनुभव है  । मनीष भी एक बहुत अच्छे कलाकार हैं । अभी कॉमेडी सर्कस का दूसरा भाग आरहा है उसमे भी मै काम कर रही हूँ ।  
आप पहली महिला हैं जिसने बिग बॉस जीता है ।
  जी ये तो है । मैने  पहले भी रियल्टी शो किये हैं पर ये उन सब से अलग था अपने घर परिवार से इतने महीने अलग रहना और उन लोगों के साथ रहना जिनको आप जानते नहीं है । सब कुछ बहुत अनोखा था।  मैने तो सोचा ही नही था कि मै जीतूँगी  । बहुत लोग थे मुझे लगता था कि वो जीतेंगे  । अंत में जब  मै जीती तो मुझे यकीन नहीं हो रहा था ।
इतना पैसा क्या मायने रखता है आपके लिए ?
ये पैसा तो मेरे लिए ऐसे है जैसे कोई लौटरी  निकल गई हो क्योंकि मुझे उम्मीद नहीं थी कि मै  जीत पाऊँगी । इस लिए ये बहुत खास है ।
बिग बॉस  जीतने के बाद आपके जीवन में क्या बदलाव आया है ?
एक मुख्य बदलाव ये है कि लोग मुझे श्वेता तिवारी के नाम से जानने लगे हैं । वरना  लोग  मुझे के नाम से ही जानते थे ।
आपने बहुत से नाटक भी किये हैं, कुछ खास  कारण?
ऐसा कुछ खास नहीं पर मुझे मंच  से बहुत लगाव है । मैं  नाटक को एक चुनौती के रुपमे लेती हूँ इसमें कोई रीटेक नहीं होता ।
क्या आप अभी कोई नाटक कर रही है ?
जी हाँ ,मैं  अभी एक नाटक कर रही हूँ "आईने के १०० टुकड़े ", जो अभी भारत में हो रहा है और इसको बाहर भी करने की योजना है ।
इस नाटक के बारे में कुछ बताइए ।
ये मेरा अकेले का नाटक है इसमें सब कुछ लाइट के माध्यम से दिखाया गया है । जैसे सुख है तो गुलाबी और लाल लाइट है ,प्यार को दर्शाने के लिए धुंध है ,बर्फ गिरती है । बहुत ही सुंदर वातावरण बनता है ।देखने वाला खुद को इस प्ले से जोड़ लेता   है । ये करीब २ घण्टे का प्ले है । अभी भारत में करीब इसके ४ शो हो चुके हैं इस नाटक को करने में पहले मै थोडा डर रही थी मुझे लगा था की मुझसे नहीं हो पायेगा ।  पहले ही शो में सभी ने खड़े हो के तालियाँ बजायीं । तो बहुत अच्छा  लगा अभी इस नाटक को भारत से बाहर भी करने की योजना है
सीरियल्स करने में आपकी इमेज भिन्न होती है और रियल्टी शो करने में भिन्न क्या रियल्टी शो करने से  आपकी पहले की इमेज को धक्का पहुँचा है?
मुझे ऐसा नहीं लगता पर इतना जरूर है कि लोग अब मुझे जानने लगे हैं कि असलियत  मै  क्या हूँ  मै भी एक आम इन्सान हूँ । मुझमे भी कमियाँ है ,खूबियाँ हैं ।
आपने बहुत सी भोजपुरी फिल्मों में भी काम किया है ।कहते हैं कि जो लोग भोजपुरी फिल्मों में काम करते हैं ,उनको हिन्दी फिल्मों में वो स्थान नहीं मिलता जो मिलना चाहिए
ऐसा वो ही लोग कहते हैं ,जिनको कही काम नहीं मिलता । उनको किसी पर तो तोहमत डालनी होती है न । मुझे तो लगता है भोजपुरी फिल्म आपको एक मंच प्रदान करती है ।बहुत से अभिनेता और अभिनेत्रियाँ ऐसे हैं ,जिनको दोनों जगह खूब सफलता मिली है ।
आपने नेपाली फिल्म में भी काम किया है ।
हाँ ,उस समय भाषा की समस्या हो रही थी तो पूरी फिल्म डब की गई थी । इस फिल्म में काम कर के बहुत आनंद आया ।
आपकी फिल्म बेनी और बबलू सफल रही ।
जी हाँ ,लोगों ने पसंद किया । पर इस फिल्म में  मेरा रोल छोटा था ; लेकिन मुझे काम करके बहुत आनंद आया ।
अभी आप कौन सी फिल्म कर रही है?
अभी मै आफताब  के साथ "बिन बुलाये बाराती " कर रही हूँ ।
आप प्रोडूसर भी है आपने टी वो सीरियल और और फिल्म भी प्रोड्यूस की हैं ।कुछ इसके बारे में बताइए
मेरे पति (अभी तो तलाक होचुका है )कुछ करना चाहते थे ;उनके लिए ही ये कम्पनी खोली थी । जो बहुत अच्छी चल निकली  ।लोगों को हमारा काम करने का तरीका पसंद आया और हम प्रोड्यूसर बन गए ।
बड़े बड़े अभिनेता टेलीविसन पर काम करना चाहते हैं पर टीवी के कलाकार फिल्मों में  काम करना चाहते हैं । आप क्या कहेंगी ?
जी सही है ;पर जिसके पास जो चीज नहीं होती है वो उसको पाना चाहता है ।टीवी के कलाकार फिल्मों में  काम करना चाहते है । फिल्मे बड़ा प्लेटफोर्म  है  और दूसरी ओर टीवी घर -घर में पहुँचता है तो लोगों तक पहुँचना आसान होता है ।
आपकी  बेटी पलक बड़े होकर क्या बनना चाहती है ?
उसका कुछ पता नहीं चलता कभी कुछ कहती है कभी कुछ । उसकी सोच बदलती रहती है । पर हाँ एक चीज है जिसके प्रति उसका मोह भंग नहीं हुआ है । वो हैं रंग उसको रंगों से बहुत प्यार है ।
एक औरत के रूप में आपसे पूछना चाहती हूँ कि क्या एक औरत को आगे बढ़ने के लिए पुरुष के सहारे की सदा आवश्यकता होती हूँ ?
औरत को आगे बढ़ने के लिए पुरुष की कोई भी आवश्यकता नहीं होती है । औरत इतनी सक्षम है कि अपने बल पर कुछ भी कर सकती है । पर एक जीवन साथी जी जरुरत होती है ;। क्योंकि कोई तो होना चाहिए जिससे आप अपनी भावनाओं को बाँट सकें ।
हमारे पढने वालों को क्या कहना चाहेंगी ?
मै तो बस यही कहूँगी कि आप अपना स्नेह मुझ पर बनाये रखिये । मै आप लोगों से सीखती हूँ आप जैसी ही हूँ ।  


  

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