बादलों की धुंध में
बादलों की धुंध में
सूरज मुस्काये
खोल किवाड़ हौले से
वो धरा पर आये
गुनगुनी धूप दे
स्वेटर सा आराम
अब तो भैया मस्ती में हो
अपने सारे काम
बांध गठरिया आलस भागे
बादलों की धुंध में
सूरज मुस्काये
पतंगों के पेंच लड़े
और लड़े नैन
दिन में जोश भरा रहा
खामोश रही रैन
सुनहरी धूप में
मन- चिड़िया नहाये
बादलों की धुंध में
सूरज मुस्काये
अधमुंदी आँखें खोले
सोया सोया गाँव
द्वार द्वार पर डोले
देखो नंगे पाँव
मधुर मधुर मुस्काती अम्मा
बादलों की धुंध में
सूरज मुस्काये
बादलों की धुंध में
सूरज मुस्काये
खोल किवाड़ हौले से
वो धरा पर आये
गुनगुनी धूप दे
स्वेटर सा आराम
अब तो भैया मस्ती में हो
अपने सारे काम
बांध गठरिया आलस भागे
बादलों की धुंध में
सूरज मुस्काये
पतंगों के पेंच लड़े
और लड़े नैन
दिन में जोश भरा रहा
खामोश रही रैन
सुनहरी धूप में
मन- चिड़िया नहाये
बादलों की धुंध में
सूरज मुस्काये
अधमुंदी आँखें खोले
सोया सोया गाँव
द्वार द्वार पर डोले
देखो नंगे पाँव
मधुर मधुर मुस्काती अम्मा
बादलों की धुंध में
सूरज मुस्काये