Wednesday, 6 November 2013

 
 
 
 
 
गुत्थी एक ऐसी लड़की है जो हर शहर में मिल जाती है :-सुनील ग्रोवर
रचना श्रीवास्तव
"गुत्थी पलक ,पलक ऑडियंस ,ऑडियंस कपिल ,कपिल सिद्धू जी "परिचय देने का ये तरीका है गुत्थी का जो  'कॉमेडी नाइट्स  विथ कपिल 'में दर्शकों के बीच बहुत ही चर्चित और पसंदीदा किरदार है l प्रस्तुत है इस किरदार को बखूबी निभाने वाले सुनील ग्रोवर से की गई बातचीत के मुख्यअंश l


अपने  बारे में कुछ बताइएl
मै पंजाब के एक छोटे से शहर मंडितापवाली का रहने वाला हूँ lमेरे पिताजी बैंक में काम करते थे l जब मै छोटा था ,तो अपने  रिश्तेदारों की बहुत नक़ल उतारता था l मै कहता था छोटी बुआ की लड़ाई देखो और सभी बहुत मजा लेते थे उस समय मुझे ये समझ में नहीं आता था की लोगों को इतना अच्छा क्यों लगता था l

आपने कौमर्स की पढाई की फिर थियेटर ऐसा क्यों ?
हाँ मैने कौमर्स में दाखिला जरुर लिया था पर मुझे पता चल गया था की ये जगह मेरे लिए नहीं है lमै लोगों का  मनोरंजन करना चाहता था, अतः  मैने नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा में प्रवेश लिया lमेरे पिताजी पहले इस बात से सहमत नहीं थे की कॉमेडी का कोई भविष्य है. हुआ ये की एक बार मुझे स्टैंडअप करने पर कुछ पैसे मिले l मेरे पिता को विश्वास नहीं हुआ फिर उन्होंने आकर मेरा शो देखा तो उनको लगा की मै बहुत अच्छा कर रहा हूँ फिर उन्होंने मुझे सहयोग किया और फिर मैने नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा में प्रवेश लिया l

जब आप मुंबई आये थे क्या आपको काम पाने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ा था ?
मुझे संघर्ष शब्द कभी समझ में नहीं आया lमै थोडा भाग्यशाली हूँ क्योंकी मुझे काम पाने के लिए ज्यादा परेशान नहीं होना पड़ा lहाँ कभी काम थोडा कम रहा हो या जेब में पैसे कम हों तो मुझे लगा कि इस समय का आनन्द उठा लो ये समय दुबारा नहीं आएगा lएक बात और यहाँ कहना चाहूँगा की ये वो समय होता है जब कलाकार बहुत कुछ सीखता है l

आपको फिल्म जिला गाज़ियाबाद कैसे मिली थी ?
मैने  एक टी वी शो किया था 'कॉमेडी का महामुकाबला ".इस शो में मै अर्शद की टीम में था lहमारी अच्छी दोस्ती हो गई थी lतो एक दिन उनका फ़ोन आया उन्होंने कहा की एक रोल है तुम आकर देख लो यदि तुमको अच्छा लगे तो करना नहीं तो कोई बात नहीं है lमुझे रोल अच्छा लगा l मुझे लगा की कुछ अलग सा करने को मिलेगा और मेरे लिए चुनौती भी थी कि मै इस नकारात्मक भूमिका को इस तरह करूँ की दर्शकों को विश्वाश हो सके की मै बुरा हूँ(फिल्म में ) ना की उनको उसमे भी हँसी आये lहालाँकि ज्यादा लोगों ने फिल्म देखी नहीं तो पता  नहीं की उनको  मेरा रोल कितना अच्छा लगा l

कपिल के साथ काम करने में
और आपके साथ मंच पर और भी कलाकार होते हैं उनके साथ काम करने में आपको कैसा लगता है?
बहुत ही अच्छा लगता है lहम दोनों का कोमेडी करने का तरीका अलग है lहम दोनों एक दूसरे से सीखते हैं और एक दूसरे को बहुत हँसतें हैं lकपिल दूसरों को उसका काम करने की छूट भी देते हैं l
अन्य  साथी कलाकार जैसे अली ,कीकू ,उपासना जी के साथ  हमारा तालमेल बहुत ही अच्छा रहता हैl सभी बहुत ही अच्छे कलाकार हैं हम एक दूसरे के खिलाफ नहीं एक दूसरे के साथ काम करते हैं ताकि लोगों  का मनोरंजन कर सकेंl

आपके शो में बहुत से कलाकार आते हैं वो अपने पर किये गए मजाक से नाराज तो नहीं होते हैं ?
नहीं ऐसा नहीं है lजब की कुछ लोग तो चाहते हैं की उन पर जोक किये जाएँ lपर हम इस बात का ध्यान रखते हैं की यदि कोई बहुत बरिष्ठ कलाकार हैं ,तो हमारे मजाक से या चुटकुलों से उनके सम्मान को कोई ठेस न पहुंचे हम उनको गैग्स बता देते हैं और इस बात का ध्यान रखते हैं की वो मंच पर सहज महसूस करेंl

कौन से ऐसे कलाकार हैं जिनको खुद पर चुटकुले सुन कर आनंद आता हैl
अक्षय कुमार को बहुत ही मजा आता है .शाहरुख़ खान तो खुद बहुत जोक का हिस्सा बन जाते हैं और खूब आनंद लेते हैं . अजय देवघन भी बहुत आनंद लेते हैं फरहा खान के साथ शो किया है lउन्होंने भी बहुत मजे ले कर शो किया है l

कोमेडी नाईट विथ कपिल जिस मंच पर होता था उसमे आग लग गई थी l
जी हाँ बहुत ही दुखद हादसा था, पर हमने शो नहीं रोक हमने बिग बोंस के सेट पर शूटिंग की और आज हमने  एक नए सेट पर शूटिंग की है l मुझे उम्मीद है की लोगों को बहुत ही पसंद आएगाl

गुत्थी का चरित्र लोगों को बहुत पसंद आता हैl इस किरदार को इस तरह से करना है ,ये आपने कैसे सोचा?एक पुरुष हो कर एक लड़की के किरदार को इतनी सुंदर तरीके से कैसे कर लेते हैं ?
मै एक पुरुष हूँ तो लड़कियों को ही तो ध्यान से देखूंगा न lये तो ख़ैर मजाक की बात है वैसे मै एक छोटे से शहर का रहने वाला हूँ lवहां मैने इस तरह की लड़कियों को देखा है ,और उनके तौर तरीकों को भी देखा हैं वो गुत्थी की तरह की लगती हैं और ऐसी परिस्थितियों में गुत्थी की तरह ही व्यवहार करती हैंl  मेरा एक स्वभाव है की मै मनुष्य के व्यवहार को बहुत बारीकी से देखता हूँ गुत्थी एक ऐसी लड़की है जो हर शहर में मिल जाती है l

क्या  कभी ऐसा हुआ है की आप की स्क्रिप्ट कुछ और रही हो और मच पर जा कर आप सभी ने कुछ और किया हो?
अरे  ऐसा हो बहुत ही बार हुआ है lहमारे पास स्क्रिप्ट होती है पर कुछ ही देर में पता चल जाता है की हमारे चुटकुले दर्शकों को समझ में आ रहे हैं या नहीं यदि चुटकुले उनको समझ में नहीं आते हैं तो हम अपने जोक्स को मंच पर ही बदल देते हैं जिस बात पर लोग हंस रहे होते हैं मै उसी को जारी रखता हूँ lऔर कभी कभी तो बहुत सी ऐसी बातें में मंच पर करता हूँ जो स्क्रिप्ट में लिखी नहीं होती है lजैसे जो मै यानी गुत्थी परिचय देती है "पलक गुत्थी ,गुत्थी पलक पलक दर्शक "वो मैने खुद ही बना था एकदम से दिमाग में आया तो मैने किया और वो लोगों को बहुत पसंद आया हैl एक बार मै जिन्न बना था तो उसमे मैने कहा "हा हा भई बहुत अच्छे ,भई बहुत अच्छे "ये स्क्रिप्ट में नहीं था l


 आप ये साक्षात्कार नीचे दिए लिंक्स पर भी पढ़ सकते हैं l


 http://navbharattimes.indiatimes.com/movie-masti/television-news/Sunil-Grover-talks-about-his-character-Guthhi/moviearticleshow/24528926.cms

and

 http://www.hindimedia.in/2/index.php/2013-08-01-13-10-37/2013-08-01-13-17-12/4725-sunil-grover 

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