Saturday 16 April 2011

हाइकु


1
सूखी बारिश
बादल  ने निचोड़े
चिटके  खेत 
2
डॉलर छीने
बेसहारा  की लाठी 
सूना आँगन
3
उछला  पानी 
तट को निहारते 
डूबते लोग
4
बेटी  का जन्म 
जीवन पराजित
बिलखती माँ 
5-
जाति व  धर्म  
हवा में  लगी गाँठ 
घुटते लोग 
6-
आँखों में धूल
नफरत की आँधी 
बिखेरे शूल । 
7
शहीद हुआ
तो बचा सूना घर 
सूनी  ही माँग  
 8
खुद ही किया
खुद का इंतजार
ऐसी  तन्हाई
9
स्वयं से बातें
बड़बड़ाना नहीं
होता आत्मसात्  ।
10
था चाँद गहा
उसी तड़प को तो
मैंने भी  सहा ।
11
दिल्ली में खेल
 नोट बटोर  स्पर्धा
शर्मिदा देश ।
12
बेटे का कोट
रोज धूप दिखाती
प्रतीक्षा में माँ
13
भरती  माँग
पोंछने  से पहले
फौजी विधवा
 14
नन्हे हाथों ने 
थमा,,जूठा बर्तन
रूठा भविष्य
15
भूखे अपने
देखें कैसे सपने
मासूम आँखें
16
बच्चे की पूजी
खिलौनों की झबिया
माँ का आँचल
17
निश्छल प्यार
मात्र बच्चों के पास
भोला संसार
18
तुम्हारी याद
चौखट दीप धरूँ
दिवाली -रात
19
वो घर आएँ
नयन -दीप जलें
दिवाली रात
20
दिवाली  -रात
धरा पर बिखरे
उम्मीद -तारे
-0-

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