Friday 22 May 2015

 सुंदरी मछली
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पात्र
सुंदरी मछली
सुंदरी मछली की सहेलियां (आप जितनी चाहे रख सकती हैं )
जलतू मछली
रोमा मछली ,
सोना मछली (जलतू मछली की सहेलियां )आप और भी सहेलियां ले सकती हैं
डॉक्टर मछली  
नदी है उसमे मछलियाँ है बहुत सारी एक मछली का नाम है सुंदरी मछली और एक का नाम है जलतू मछली lसुंदरी  मछली बहुत अच्छी मछली है सब को प्यार करती है और सभी उसको प्यार करते हैं सुंदरी को पढ़ने का बहुत शौक है वो हमेशा कोई न कोई बुक ले कर पढ़ती रहती है l जलतू मछली सब से बुरी तरह बोलती है कोई उसको प्यार नहीं करता lये सुंदरी मछली से जलन करती है ,और उससे नफरत करती है ,इसको पढ़ने का बिलकुल शौक नहीं है l
सीन १
सुंदरी मछली नदी में एक पत्थर पर बैठी पढ़ रही है उसके साथ उसकी सहेलियां
मछली १ "अरे सुंदरी क्या पढ़ रही हो"
मछली २ "हमें भी सुनाओ"
सुंदरी "मै शेर की  कहानी पढ़ रही हूँ "
सारी मछलिया हमें भी सुनाओ सुंदरी कहानी सुनाने लगती है यहाँ पर गाना होता है मेरे पास आओ मेरे दोस्तों एक किस्सा सुनो (केवल इशारे से सुन्दरी मछली एक्ट करती है   आवाज नहीं है ) इतने में जलतू मछली वहां आती है बुरा सा मुँह  बना के कहती है
जलतू मछली  अपनी सहेलियों से कहती है "अरे रोमा ,सोना मछली ये देखो ये कहानी सुना रही है इसको तो बस किताबों से मतलब है कैसे कपडे पहनती है फैशन का कोई पता नहीं"
रोमा मछली(जलतु की सहेली ) " हाँ सही कहा तुमने ."
सोना मछली (मुँह बना के ) (जलतु की सहेली )"इसको तो पढ़ने के आलावा कुछ   आता ही नहीं "हा हा हा (ये सभी जोर जोर से हँसने  लगती हैं )और चली जाती हैंl   सुंदरी की दोस्त मछलिया कहती है "इस जलतू मछली को मै अभी ठीक करती हूँ "l
सुंदरी मछली  " नहीं नहीं जाने दो उसका तो ऐसा स्वभाव ही है हम अपना स्वभाव उसके जैसा क्यों करे कोई बात नहीं वो भी हम जैसी मछली ही है बाद थोड़ा गुस्से वाली है"
सीन २
सुंदरी मछली अपनी सहेलियों के साथ आ रही है सामने से जलतु मछली अपनी सहेलियों के साथ आरही है सुंदरी मछली "अरे जलतु मछली रुको उस तरफ मत जाओ "
जलतु मछली "क्यों न जायूं तुम कौन होती हो मुझको रोकने वाली "
सुंदरी मछली "वो देखो ये विशेष तरह के पत्थर और पौधे हैं ऐसी जगह पर बड़ी मछलियाँ रहती है यदि तुम उस तरफ गयीं तो वो तुमको खा जाएँगी "जलतु मच्छी (कंधे उछला के )में तो जाउंगी तुमको क्या "जलतु मछली जाने लगती है पर देखती है की कोई दूसरी मछली उधर गयी , बड़ी मछली ने उसको पकड़ लिया जलतु मछली की सहेलियां कहती है "धन्यवाद सुंदरी तुमने हमको बचा लिया .वार्ना वो बड़ी मछली हमको खा गयी होती "जलतु मछली मुँह बनाके चली जाती है और पीछे पीछे उसकी सारी सहेलियां भी चली जाती हैl
सीन ३
एक बहुत सुन्दर सी चीज मच पर रखी है (कुछ भी रख सकते हैं जो खाने लायक जैसी लगे)
जलतु मछली मंच पर आती है  चीज को देखती है l अरे वह! ये तो बहुत अच्छी खाने की चीज है चलो खाते  हैं जलतु मछली  मन में सोचती है और जलतु मछली उसकी तरफ बढ़ती है इतने में सुंदरी वहां आती है l
सुंदरी "नहीं जलतु नहीं  उसको मत खाना "(जोर से बोलती है )जलतु "क्यों तुम खाना चाहती हो मेँ तो खाऊँगी "जबतक सुंदरी उसतक पहुँचती जलतु उसको खा लेती है और खाते है जोर जोर की आवाज करने लगती है वो चीज उसके गले  में फंस गयी है वो गिर पड़ती है सुंदरी उसके पास भाग कर पहुँचती है पहले खुद निकlलने  की कोशिश करती है फिर उसको ले कर डॉक्टर के पास जाती हैl
गाना बजता है जाने नहीं देंगे तुझे (फिल्म ३ इडियट )
सीन ४
अस्पताल का सीन है डॉक्टर कुर्सी पर बैठा है सुंदरी जलतु को ले कर आती है l सुंदरी "डॉक्टर प्लीज देखिये इसने कुछ खाया जिसमे मेटल का टुकड़ा भी था वो इसके मुँह में फास गया हैl  डॉक्टर मछली मुँह में देख कर "अरे ये तो बहुत बुरी तरह फंस गया है तुम इसको सही समय पर ले आयीं वरना मै कुछ नहीं कर पता .आज कल नदियां और समुद्र सुरक्षित (सेफ )नहीं रह गएँ है lइंसान इसमें कूड़े फेकता है लास्टिक ,मेटल ,गिलास और न जाने क्या क्या .....(डॉक्टर गहरी साँस लेता है फिर कहता है ) ये इंसान न खुद चैन से रहता है न हमको चैन से रहने देता है "(डॉक्टर ऑपरेशन करने का अभिनय करता है यहाँ गाना हो सकता  है ओ पालन हारे
थोड़ी देर बाद डॉक्टर मछली "अब कोई परेशानी नहीं  है अब ये ठीक है "कुछ देर में जलतु मछली को होश आता है l
जलतु मछली "धन्यवाद तुमने मेरी जान बचायी एक बात बताओ तुमको इस बात की जानकारी कैसे थी की वो खाने की चीज नहीं नही "सुंदरी "पढ़ने से बहुत जानकारी मिलती है l किताबों से अच्छा कोई दोस्त नहीं होता "जलतु "मुझे पता चला गया पढ़ाई कितनी जरुरी है l मुझे मेरे गंदे व्यवहार ले किये माफ़ कर दो आगे से में भी पढ़ाई पर ध्यान दूंगीl
यहाँ गाना होता है लिखोगे पढोगे तो आगे बढ़ोगे फिल्म बारूद (१९६०)या     एक दो तीन  चार भैया बनो होशियार  फिल्म संत ज्ञान