Saturday 16 April 2011

फ़ौज़ी परिवार की होली (हाइकु)

1
रंगीला  पत्र
धुँधले थे  अक्षर
फौजी के नाम
2
छुट्टी निरस्त
होली हुई बेरंग ,
सैनिक सोचे
3
बनाती होगी
रोते हुए गुझिया
प्रतीक्षा  में माँ
4
सबसे छुपा
पोंछती होगी  आँखें
इस  होली माँ
5
उड़ेंगे  रंग
बिना मेरे अँगना
होगी उदास
6
होली की शाम
देखता होगा राह
मेरा वो बेटा
7
लिये वो  रंग
बैठा राह निहारे
फौजी का बेटा
8
होली की रात
भी ,चले यहाँ गोली -
सैनिक सोचे
9
रंग न संग
समझे कौन दर्द
हम फौजी का
-0-

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