Tuesday 26 July 2011

जिनके साथ सही में ये होता होगा उन पर क्या बीतती होगी  :--सरताज गिल

'खाप पंचायत'  के द्वारा की जाने वाली ऑनर किलिंग के मुद्दे पर बनी फिल्म 'खाप ' इसी महीने रिलीज होने जा रही है lप्रस्तुत है फिल्म में कुश की मुख्य भूमिका निभाने वाले सरताज गिल से की गई बातचीत के मुख्य अंश l

आपको ये फिल्म कैसे मिली ?
एक दिन मेरे एजेंट का फ़ोन आया की क्या तुम  १५ मिनट में मेरे पास आ सकते हो ? (इस एजेंट को संपर्क मैने करीब डेढ़ पहले लिया था ) मै पहुँचा तो वहां मेरी मुलाकात हुई निलेश इनामदार से जो आनन्दा फिल्म के असोसिएट डिरेक्टर हैं lउन्होंने मुझे ऑडीशन के लिए बुलाया l वहाँ अजय सिन्हा जी जो इस फिल्म के निर्देशक हैl उन्होंने मेरा ऑडीशन लिया करीब ४० मिनट तक ऑडीशन हुआ l उसके बाद  उन्होंने कहा कि आपने बहुत अच्छा किया है l हम आपको  बताएँगे ..दो दिन बाद ही उनका फ़ोन आ गया की सरताज आप मेरी फिल्म कर रहे हैं l
फिल्म का मुख्य विषय क्या है ?
फिल्म का नाम है 'खाप 'l ये फिल्म 'खाप पंचायत 'पर आधारित हैं lकरीब ४० या ५० गांवों का जो संगठन है उसे खाप कहते हैं l इन  गाँवो की पंचायत को मिला कर जो महा पंचायत बनती है lउसे 'खाप पंचायत ''कहते हैं lइस पंचायत का मानना है कि यदि आप एक खाप में शादी करते हैं तो वो शादी नहीं मानी जाएगी क्योंकी वो भाई बहन की शादी है lये ऐसी प्रथा है जिसे हम ओनर किलिंग के नाम से जानते हैं l यही मुद्दा हमने इस फिल्म में उठाया है l

फिल्म में आपका किरदार क्या है ?
इस फिल्म में मेरे किरदार का नाम है कुश l ये साऊथ अफ्रीका से दिल्ली पढाई करने के लिए आया है l यहाँ उसकी मुलाकात रिया से होती है l ये किरदार यूविका चौधरी निभा रही हैं l कुश और रिया प्रेम करने लगते हैं और शादी कर लेते हैं lजब ये गाँव जाते हैं तो इनका सामना होता है खाप पंचायत से ,और ये पंचायत इनकी शादी को मानने से इंकार कर देती हैं l

फिल्म का कोई ऐसा सीन जो आपने किया और आप उसको भुला नहीं पा रहे हैं .
जी हाँ एक सीन जहाँ कुश और रिया यानी मुझे और यूविका को गाँव वालों ने घेर रखा है और कुश को जोर डाल रहे हैं कि वो रिया को राखी बांध दे l क्योंकी वो भाई बहन है ,और गाँव वाले १० -१० रुपये निकल कर मुझे यानी कुश को देते हैं कि जब रिया कुश को राखी बांधे तो कुश उसको( रिया को)शगन के तौर पर दे सके l इतना दुःख पहुँचाने वाला सीन था कि क्या कहूँl .मै सोच रहा था किमै तो मात्र अभिनय कर रहा हूँ जिनके साथ सही में ये होता होगा उन पर क्या बीतती होगी ?

आपके आलावा  इस फिल्म में और कौन से कलाकार हैं ?
ओम पुरी जी जो की यूविका के दादा जी बने हैं और वही सरपंच भी हैं l मोहनीश बहल जी ये यूविका के पिता का किरदार कर रहे हैं l अनुराधा पटेल जो यूविका की माँ बनी हैं l मनोज पाहवा जी ,गोविन्द नामदेव ,अलोक नाथ जी,यूविका  चौधरी

आपको इन सभी के साथ काम कर के कैसा लगा ?
सभी बहुत अनुभवी लोग हैं l मैने तो सभी से बहुत कुछ सीखा है l ओम पुरी जी ज्यादा बोलते नहीं पर बीच बीच में जो एक लाइन बोलते हैं सभी हँसते रह जाते हैं l,मनोज जी के साथ मेरा तालमेल बहुत ही अच्छा  है lवो बहुत अच्छे इन्सान हैं lगोविन्द जी के साथ फिल्म में मेरा एक सीन है ,जब वो मुझे थप्पड़ मारते हैं और मै प्रतिरोध करता हूँ वो बहुत ही अच्छा सीन है l.यूविका बहुत अच्छा काम करती हैं बहुत प्यारी और अच्छी इन्सान है l.मुझे इन सभी के साथ काम करने के मौका मिला ये मेरा सौभाग्य है l

फिल्म के संगीत के बारे में कुछ बताइए ?
फिल्म का संगीत बहुत ही अच्छा है l फिल्म में ८ गाने हैं जिसमे ३ गाने श्रिया  घोषाल और  शान ने गाये हैं .और राहत फ़तेह अली खान साहब ,  जगजीत सिंह जी ,रेखा  भरद्वाज जी ने गाये हैं l  रेख जी ने जो गाना गया है वो मेरा बहुत ही पसंदीदा गाना है उसके बोल हैं "खुदा सो रहा है इश्क रो रहा है "l

फिल्म की शूटिंग किन किन जगहों पर हुई है ?
पंचगनी के पास एक जगह है 'वाई' जहाँ गाँव का पूरा सीन फिल्माया गया है l फल्टन में हवेली है l ,मुम्बई में कोलेज का सीन किया है l  दिल्ली में इण्डिया गेट ,राज पथ ,सूरज कुण्ड एक जगह है जहाँ मेला लगता है .इस सभी जगहों पर हमने शूटिंग  की है l आपने शूटिंग की बात की है तो एक घटना बताना चाहूँगा हमें एक गाने की शूटिंग करनी थी तो हम कुल्लू मनाली गाये l गाने में हमको बर्फ चाहिए थी lपर वहाँ बर्फ नहीं थी हमने वहाँ के लोगों से पूछा की हमको बर्फ कहाँ मिलेगी उन्होंने बताया कि आपको रोहतांग पाश तक जाना होगा lअगले दिन हम रोहतांग पाश के लिए निकले करीब चार घंटे का सफर तय करके जब हम वहाँ पहुँचे तो हमने देखा कि बरफ तो है पर काली हो गई है l अब क्या करें ?फिर हम बर्फ की  खोज में थोडा और ऊपर चलने लगे l हमने  करीब  ७ घंटे  की दूरी तय की तब जा कर हमको बहुत अच्छी बर्फ मिली यहाँ  स्नो फ़ोल भी होने लगा l हमने अपनी अपनी गाड़ियों में इंतजार किया l जब बर्फ का गिरना बंद हुआ तो हमने शूटिंग शुरू की l हमको पता चला था कि यहाँ तूफान आने वाला है और आपके पास मात्र ४५ मिनट है l अतः आप जल्दी से यहाँ से निकल जाइये l हम लोग इस समय इतनी ऊँचाई पर थे कि यहाँ पर हम लोगों को साँस लेने में परेशानी हो रही थी फिर भी हमने गाने का एक भाग शूट किया इसी समय ऐसा हुआ कि मुझे और यूनिट के कुछ और लोगों को उल्टियाँ होने लगी उल्टियों में खून आरहा था l मुझे लगा अब क्या करूं lअजय जी ने मुझे समझाया परेशान मत हो अपने काम पर ध्यान दो सब ठीक हो जायेगा l इस शूटिंग  के इतने अच्छे परिणाम मिले हैं कि कोई कह नहीं सकता कि अभी कुछ देर पहले हम खून की उल्टियाँ कर रहे थे l अपनी पहली फिल्म में मैने ये सीखा की हमारी इंडस्ट्री में कितनी मेहनत होती है और काम कितना जरुरी है l कुछ भी हो जाये शो मस्ट गो ऑनl 
  http://www.hindimedia.in/index.php?option=com_content&task=view&id=15998&Itemid=46   

Monday 4 July 2011


  मै  चाहता हूँ कि मेरी गायिकी में एक ताजगी बनी रहे  :---- शान


शान एक ऐसा गायक जिसकी गायिकी हर दिल पर राज करती हैl जिनके गाने बड़ों से लेकर बच्चों तक को बहुत पसंद है , फिर चाहे वो चाँद शिफारिश हो या बम बम बोले l जितना मधुर वो गाते हैं उतने ही सरल और नेक दिल इन्सान भी है l.मनपसंद इंक के बैनर तले आज कल शान अमेरिका के दौरे पर हैं lइसी दौरान मुझे उनसे बात करने का मौका मिला प्रस्तुत है lशान जी से की गई बात चीत के मुख्य अंश l

अपने पिता श्री मानस मुखर्जी जी के बारे में कुछ बताइए l
मेरे पिता जी कविता में पाले बड़े वहाँ  रेडियो पर और  फिर जात्रा में उनका संगीत और  गाने बहुत मशहूर  हो चुके थे lवो १९६६ को मुंबई  आये l यहाँ पर उन्होंने  बहुत सी फिल्मों  में संगीत दिया जैसे शायद ,लाखों की बात ,अलबर्ट पिंटो को गुस्सा  क्यों आता है ? इसके आलावा कुछ मलयालम और बंगाली फिल्मों में भी संगीत दिया पर ४५ साल की अल्प आयु में ही उनका  देहांत हो गया  l.उनके  सगीत निर्देशन में रफ़ी जी किशोर कुमार ,आशा जी, लता जी सभी ने गाया   है l मेरे पिता जी को सभी बहुत मानते थे lआज जब भी मै कहता हूँ कि मै मानस मुखर्जी का बेटा हूँ तो लोग प्यार देते हैं और बहुत से दरवाजे मेरे लिए खुल जाते हैंl

आप बहुत मिलनसार व्यक्ति है आपके स्कूल कॉलेज के दोस्तों से आज भी आपका संपर्क है क्या आज भी जब आप मिलते हैं तो वही मस्ती करते को कॉलेज में किया करते थे ?

जी हाँ बिलकुल बस समय थोडा कम मिल पाता है क्योंकि कुछ दोस्त दुबई में हैं कुछ  अमेरिका और कनाडा मै हैं पर हम जब भी मिलते हैं तो वही मस्ती धमाल करते हैं l

आपके ग्रुप को प्रीस्ट(संत )कहा जाता था
l
जी हाँ क्या था कि हम कैथलिक स्कूल में पढ़ते थे l वहां हमारे ग्रुप को प्रीस्ट कहते थे पर ये नाम हम लोगों ने खुद ही रखा था हम सभी संत जैसे थे नहीं l

आपने और सागरिका जी ने पहला अल्बम नवजवान  निकला जो बहुत हिट हुआ .उस समय क्या आपको लगा था कि अब नए दरवाजे खुल जायेंगे ?

मुझे इतना नहीं लगा था कि ऐसा कुछ होगा l उस समय डैडी नहीं थे मम्मी अकेली हमको बड़ा कर रहीं थी तो कुछ न कुछ तो करना ही था l फिर मै बहुत महत्वाकांक्षी भी नहीं था बस सोचता था कि आज का दिन निकल जाये l पर अभी तो आज कल परसों तक का सोचना होता है .क्योंकि अभी मेरा परिवार है  बच्चे हैं l

आपको फिल्मों में पहला गाना कैसे मिला था ?
एक फिल्म थी 'प्यार में  कभी कभी ' जिसको राज कौशल जी बना रहे थे वो नई आवाज ढूंढ़ रहे l इसी फिल्म में  मुझे भी गाने का मौका मिला l फिल्म तो ज्यादा नहीं चली पर इसका गाना 'मुसू मुसू   ' बहुत हिट हो गयाl

आप अपनी आवाज को कई बार बदल के गाते हैं अपनी गायिकी में भिन्नता लाते है .ऐसा क्यों ?

  मै ये जानबूझ कर करता हूँ l क्योंकी  यदि आप किसी को पसंद करते हैं, तो उसकी एक ही तरह की स्टाइल को सुन के ऊबने  लगेगे l अतः मै  चाहता हूँ कि मेरी गायिकी में एक ताजगी बनी रहे l फिर  यदि नौजवान अभिनेता है तो उस पर भारी आवाज सूट नहीं  करेगी l उसके लिए मै आवाज को थोडा पतला रखता हूँ l कुछ अभिनेता हैं जिनकी आवाज भारी है तो उनके लिए मै आवाज को  चौड़ा रखता हूँ l

आपने अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत से लोगों के साथ काम किया है .उनके साथ काम करने का अनुभव  कैसा रहा ?

बहुत ही अच्छा रहा l अपने देश में मिल कर काम  करना ( कोलेबरेट )बहुत कठिन होता है क्योंकी  कलाकारों की अपनी -अपनी संगीत कम्पनी होती है और फिर उनकी अपनी निजी पसंद भी होती है l पर इनके साथ काम करके देखा कि ये बहुत खुले विचारों के होते हैंl आराम से काम करते हैं अतः इनके साथ काम करना बहुत आसन होता है l
आप गाने लिखते हैं और गानों की धुनें भी बनाते हैं l तो दूसरों के संगीत निर्देशन में और उनके  लिखे हुए गाने को गाने में और खुद के संगीत बढ और लिखे गाने को गाने में क्या अन्तर  होता है ?
 गाने सभी अच्छे होते हैं l अच्छी शायरी हो और संगीत अच्छा हो तो गाने में बहुत आनंद आता है l मै खुद को बहुत बड़ा शायर नहीं मानता बस मन के भावों को लिख देता  हूँ l मै अपनी अल्बम में गाने खुद लिखता हूँ ,संगीत भी देता हूं वो मेरा अपना होता है l जहाँ मै अपने भावों को विस्तार दे पाता  हूँ l अपने अल्बम में अपनी चीजें हो तो और ही मजा आता है lफिल्मो में मै दूसरों के लिए  गाने गाता हूँ और ऐसा करने में  भी मुझे असीम आनंद आता है l

क्या आप अभी किसी पॉप अल्बम पर काम कर रहे हैं ?

मेरा एक पॉप अल्बम तयार हुआ है lअमेरिका से वापस जा कर मै उसको रिलीज़ करने वाला हूँ lअल्बम का नाम है "हर  लम्हा "l

क्या आने वाले समय में हम आपको और सागरिका जी को साथ  में सुन पायेगे ?

जी हाँ जरुर सुन पाएंगे l अभी वो लन्दन में हैं तो उनके साथ कुछ कोलेबरेट करना थोडा मुश्किल हो जाता है lपर ऐसा नहीं है कि हम साथ में कुछ करना नहीं चाहते हैं  l हम जल्दी ही कुछ करेंगे l
ओम शांति ओम  का गाना 'दास्ताने ओम शांति '' गाना सुन कर कर्ज में  किशोर कुमार जी का गया गाना ''एक हसीना थी एक दीवाना था' याद आता है l
इस गाने में मैने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की है l किशोर कुमार जी का मै बहुत बड़ा भक्त हूँ lमेरा गाना उनके गाने जैसा लगा ये मेरे लिए बहुत बड़ी बात है l पर उन जैसे महान गायक से मै अपनी तुलना नहीं कर सकता l दोनों गानों की परिस्थिति एक सी थी इसीलिए ज्यादा मिलता जुलता लगा होगा l

आपने गानों की रिकार्डिंग की है साथ ही बहुत से टी वी शो को होस्ट भी किया है .आपको  क्या अधिक आसन लगता है
?
रिकार्डिं तो मै बचपन से करता आरहा हूँ ,अतः वो करने में मुझे बहुत कठिनाई नहीं होती पर ,शो को होस्ट करना आसान नहीं होता l इसमें आपको एक ही बात को कई बार कहना होता है l पर अलग अलग तरीके से और मै हमेशा ये भी चाहता था कि जो भी लोग शो पर हैं उन सभी को सम्मान मिले l उनका अच्छे तरीके से परिचय दिया जाये l इसके साथ उस समय मेरी हिन्दी बहुत कच्ची थी जेन्डर(लिंग्स )की समस्या होती थी ,कहाँ "का' लगाना है कहाँ 'की 'लगाना है .मै जान नहीं पाता   था l अतः बार बार रिटेक करने पड़ते थे l मैने कभी मौनीटर और टेलीकौम्प्टर का प्रयोग नहीं किया सब कुछ याद करके बोलता था l

आपके चेहरे पर हमेशा एक मुस्कान रहती है उसका राज क्या है ?

मै ऐसे ही मुस्कुराता रहता  हूँ l मै सोचता हूँ कि यदि किसी गाने को ख़ुशी से गाया जाये तो जो सुने वालों को भी अच्छा लगता है l फिर ज्यादातर हम प्रेम गीत ही गाते हैं ,तो मुझे लगता है कि हीरो मुस्कुराते हुए ही गा रहा होगा तो मै भी वैसा ही करता हूँ l

गुलाम मुस्तफा जी आपके गुरु हैं उनके बारे में  कुछ बताइए
l
मुझे ऐसा लगता है कि दुनिया के सबसे अच्छे गुरूजी वही हैl मेरे गुरूजी रामपुर घराना के हैं lमन्ना दा,आशा जी ,हरिहरन साहब सभी ने उनसे सीखा है l आज भी जब वो गाते हैं तो उनके आस पास भी पहुँचना मुश्किल होता है l

आने वाली किन किन  फिल्मों में  हम आपके गाने सुन पाएंगे l

अक्षय कुमार की देसी बौयस,सलमान खान की  बौडी गार्ड ,विधु विनोद चोपड़ा कि फरारी की  सवारी l

लकड़ी की  काठी के बाद बच्चो का कोई गाना यदि हिट हुआ है ,तो वो शायद 'बम बम बोले' ही है .इसको गाते समय आपको कैसा लगा था ?

मुझे लगा कि बच्चो का गाना है ,तो थोडा सरल ही रखना चाहिए l इसके बोल मुझे बहुत अच्छे लगे थे "हम जैसे देखें ये जहाँ है वैसा ही "इस दुनिया को यदि हम अच्छे से देखेंगे तो वैसी ही दिखेगी क्यों हम इसको बुरा बनाते हैं lमै बच्चों से बहुत प्यार करता हूँ और बच्चों का गाना मुझे मिल भी जाता है l "बमबम बोले "एक फिल्म भी आई थी उसमे मेरा एक गाना है ,रौकी मौन,स्टेनली का डिब्बा .इन सभी में  मेरे गाने हैं l

आपके शब्दों में आपकी गायिकी की विशेषता क्या है ?

ऐसा तो कभी मैने सोचा नहीं पर मुझे लगता है कि मै कोशिश करता हूँ कि गाना जो कहना चाहता है उस पर ज्यादा ध्यान दूँ न की अपनी गायिकी पर l गाना यदि मुश्किल हो तो भी मै उसकी कठिन बात हो उतना उजागर नहीं करता l उसको आसान बना के गाता हूँ l मुझे लगता है कि ऐसे गाने लोगों को ज्यादा पसंद आते हैं l

क्या आपके बेटों को भी संगीत का शौक है ?

 मेरा बड़ा बेटा जिसका नाम सोहम है ,बहुत अच्छा पियानो बजता है lअभी डैलस में और न्यू योर्क में उन्होंने स्टेज पर बजाया भी था ,जो लोगों को बहुत पसंद आया था l छोटे का नाम शुभ है वो तबला बजाना सीख रहा है lसंगीत से उतना  जुडाव नहीं है जितना होना चाहिए l सोहम तो सॉकर प्लेयर बनना चाहते हैं l अब आगे देखिये क्या होता है l

क्या आप बेटों को गाने गा के सुलाते हैं
?
नहीं वो कहते हैं गाने तो हम सुनते ही है मुझे उनको कहानी सुनानी होती हैl

अमेरिका में आपका अभी तक दौरा कैसा रहा
?
बहुत ही अच्छा रहा अभी तक मै ८ शो कर चुका हूँ और सभी जगह लोगों ने बहुत पसंद किया l जितने भी शो हुए हैं सोल्ड आउट शो रहे हैं l लोगो का बहुत प्यार मिला है l 

  

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    http://hindi.thepressvarta.com/index.php?option=com_content&view=article&id=350:2011-07-01-03-14-51&catid=4:entertainment&Itemid=3    


    http://www.hindimedia.in/index.php?option=com_content&task=view&id=15804&Itemid=46